प्लाज्मा अवस्था (Plasma state)

हमारे चारों ओर के परिवेश को देखने पर हम पातें हैं कि पदार्थ की तीन अवस्थाएँ होती है-ठोस, द्रव एवं गैस। पदार्थ की अवस्थाएँ पदार्थ में परमाणुओं के बन्ध तथा उनकी संरचना पर निर्भर करता है। ऊर्जा के आदान-प्रदान से ये अवस्थाएँ अपनी एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तित होती है । उदाहरण के … Read more

ताप (Temperature)

ताप का मापन तापमापी (थर्मामीटर) की सहायता से कर सकते हैं। ताप मापन के लिए सामान्यतः फारेनहाइट मापक्रम, सेल्सियस मापक्रम, केल्विन मापक्रम इत्यादि प्रयुक्त किए जाते है। फारेनहाइट मापक्रम पर हिमांक बिंदु तथा भाप बिंदु का मान फारेनहाइट मापक्रम पर हिमांक बिंदु का मान 320F होता है।फारेनहाइट मापक्रम पर भाप बिंदु का मान 2120F होता … Read more

प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photo electric effect)

जब किसी धातु पृष्ठ पर एक विशिष्ट आवृत्ति या इससे अधिक आवृत्ति का प्रकाश डाला जाता है तो धातु पृष्ठ से इलेक्ट्रॅान उत्सर्जित होते है। इस परिघटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहते है। कार्यफलन किसी इलेक्ट्रॅान को धातु पृष्ठ से बाहर निकालने के लिये आवश्यक ऊर्जा को कार्यफलन कहते है।nकार्यफलन को निम्न सूत्र से व्यक्त … Read more

विद्युत धारा (Electric current)

किसी चालक में आवेशों के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते है। जब किसी चालक में समय t में आवेश Q प्रवाहित होते है तो उसमें प्रवाहित धारा को निम्न प्रकार से व्यक्त करते है- $$I = Q/t $$विद्युत धारा का SI मात्रक ऐम्पियर है। विद्युत धारा एक अदिश राशि है। धारा घनत्व किसी … Read more

निर्देश तंत्र (Frame of reference)

घड़ी सहित वह निर्देशांक निकाय जिसके सापेक्ष किसी कण की स्थिति को व्यक्त किया जाता है, निर्देश तंत्र कहलाता है। कार्तीय निर्देशांक निकाय सरलतम निर्देश तंत्र है। जड़त्वीय निर्देश तंत्र (Inertial frames of reference) वह निर्देश तंत्र जिसमें न्युटन के गति के नियम वैध होते है उन्हें जड़त्वीय निर्देश तंत्र कहते है। जड़त्वीय निर्देश तंत्र … Read more

संधारित्र (Capacitor)

संधारित्र, जिसे कैपेसिटर भी कहा जाता है, एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो विद्युत ऊर्जा को संग्रहित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दो धातु प्लेटों से बना होता है जो एक विद्युतरोधी पदार्थ द्वारा अलग किए जाते हैं। जब इन प्लेटों को एक बैटरी से जोड़ा जाता है, तो एक प्लेट पर … Read more

घर्षण (friction)

जब हम किसी पिंड को समतल सतह पर धक्का लगाकर गतिशील करते है तो उसे बिना रुके निरंतर गति करते रहना चाहिए। लेकिन वास्तव में हम देखते है कि पिंड अंततः रुक जाता है। इसका कारण यह है कि समतल सतह पिंड की गति का विरोध करती है। अत: समतल सतह और पिंड के बीच … Read more

बल (Force)

किसी पिंड की स्थिति में परिवर्तन के लिये प्रयास के रुप में धक्का देना या खींचना बल (Force) कहलाता है। किसी पिंड पर बल लगाने के लिए उसके सम्पर्क में आना आवश्यक नहीं है। बल लगाने के लिए दो पिंडों में परस्पर अन्तःक्रिया होना आवश्यक है। बल एक सदिश राशि है जिसे सामान्यतः प्रतीक \(\vec{F}\) … Read more

सदिश (Vector)

भौतिकी में हम विभिन्न प्रकार की भौतिक राशियों जैसे द्रव्यमान, वेग, त्वरण इत्यादि का अध्ययन करते है। इन भौतिक राशियों को व्यक्त करने के लिये केवल परिमाण या परिमाण तथा दिशा दोनों की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिये द्रव्यमान को व्यक्त करने के लिये केवल परिमाण की आवश्यकता होती है जबकि बल को व्यक्त … Read more

प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of light)

आकाश का नीला रंग, समुद्र के जल का रंग, सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य का रक्ताभ दिखाई देना, कुछ ऐसी अदभुत परिघटनाएँ हैं, जिनसे हम परिचित हैं। किसी वास्तविक विलयन में गुजरने वाले प्रकाश किरण पुंज का मार्ग हमें दिखाई नहीं देता। तथापि, किसी कोलाइडो विलयन में जहाँ कणों का साइज अपेक्षाकृत बड़ा होता … Read more