जब किसी धातु पृष्ठ पर एक विशिष्ट आवृत्ति या इससे अधिक आवृत्ति का प्रकाश डाला जाता है तो धातु पृष्ठ से इलेक्ट्रॅान उत्सर्जित होते है। इस परिघटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहते है।
कार्यफलन
किसी इलेक्ट्रॅान को धातु पृष्ठ से बाहर निकालने के लिये आवश्यक ऊर्जा को कार्यफलन कहते है।nकार्यफलन को निम्न सूत्र से व्यक्त करते है- $$ \phi = h \nu_0$$ जहां, h = प्लांक नियतांक। $$ \nu_0$$ = देहली आवृत्ति।
फोटोन की ऊर्जा
फोटोन की ऊर्जा दी जाती हे, $$E = hν$$ $$E = hc/λ$$
- यहां,h = प्लांक नियतांक।
- c = प्रकाश का वेग।
- ν = विद्युत चुंबकीय विकिरण की आवृति।
- λ = विद्युत चुंबकीय विकिरण की तरंगदैर्ध्य।