सतत विकास (Sustainable Development)

ब्रन्टलैंड प्रतिवेदन के अनुसार, “सतत् विकास वह विकास है जो वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति आगे की पीढ़ियों की आवश्यकताओं की बलि दिए बिना पूरी करता हो।” सतत् विकास का अर्थ एक ऐसे विकास से है जो वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं का भी ध्यान रखे। विकास ऐसा हो जो … Read more

पारिस्थितिकी (Ecology)

पर्यावरण अध्ययन, पारिस्थितिकी (Ecology) के अन्तर्गत आता है। इस शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के ओइकोस (Oikos) शब्द से हुई है जिसका अर्थ है रहने का स्थान (Place to live) एवं लोगोस (Logos) शब्द का अर्थ है- अध्ययन करना (to study) अर्थात् सजीवों के रहने के स्थान (आवास = habitat) का अध्ययन करना। अर्नेस्ट हेकल … Read more

पारिस्थतिकी तंत्र (Ecosystem)

पारिस्थतिकी तंत्र जीव मण्डल की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई हैं एवं इसमें स्वतः जीवित रहने का गुण है। यह एक खुला तंत्र है एवं सूर्य की ऊर्जा पर निर्भर रहता है। पारिस्थितिकी तंत्र छोटे एवं बड़े भी होते हैं। आस पास के तंत्रों में खनिज पदार्थों एवं ऊर्जा का लगातार आदान-प्रदान होता रहता है। अतः … Read more

Global warming

सामान्य परिस्थितियों में पृथ्वी का ताप इससे टकराने वाले सूर्य विकिरणों तथा अंतरिक्ष में वापस लौट जाने वाली किरणों द्वारा नियंत्रित होता है। जब वायुमण्डल में कार्बनडाइऑक्साइड की सांद्रता बढ़ जाती है तो इस गैस की मोटी परत किरणों को परावर्तित होने से रोकती है। यह मोटी ग्रीन हाउस की काँच की दीवार तथा कार … Read more

पर्यावरण प्रदूषण (Environment pollution)

पर्यावरण में अवांछित एवं अनुपयोगी पदार्थों के मिलने या उपयोगी तत्वों की कमी से इसकी गुणवत्ता में ह्रास हो जाता है। यही पर्यावरण प्रदूषण कहलाता है।पर्यावरण प्रदूषण के फलस्वरूप वायु, जल, मिट्टी के भौतिक, रासायनिक तथा जैविक गुणों में परिवर्तन हो जाते है। यह परिवर्तन पारिस्थितिक तंत्र एवं सभी जीव धारियों के लिये हानिकारक है। … Read more