वैद्युत क्षेत्र (Electric field)

किसी आवेश के चारों ओर का वह क्षेत्र जहां तक कोई अन्य परीक्षण धनावेश बल का अनुभव करता है वैद्युत क्षेत्र ( Electric field ) कहलाता है। विद्युत फ्लक्स विद्युत फ्लक्स का मान विद्युत क्षेत्र तथा सदिश क्षेत्रफल के अदिश गुणनफल द्वारा व्यक्त किया जाता है, विद्युत क्षेत्र में स्थित किसी पृष्ठ को लम्बवत् भेदने … Read more

चुंबक (Magnet)

चुंबक एक विशेष पदार्थ होता है जो लोहा, निकल जैसे पदार्थों को आकर्षित करता है। चुंबक अपने चारों ओर एक क्षेत्र उत्पन्न करता है, जिसे चुंबकीय क्षेत्र कहते हैं। चुंबकीय क्षेत्र अदृश्य होता है। चुंबक में दो ध्रुव होते, ये उतरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव कहलाते है। चुम्बक के ध्रुव विरामावस्था में लटके चुम्बक का … Read more

विद्युत ऊर्जा (Electric energy)

विद्युत ऊर्जा, विद्युत शक्ति (P) व समय (t) के गुणनफल बराबर होती है। अतः विद्युत ऊर्जा $$E = Pt$$ विद्युत ऊर्जा का मात्रक वाट-सेकण्ड या जूल होता है। विद्युत ऊर्जा का व्यापारिक मात्रक किलोवाट घंटा (kwh) है। जिसे सामान्यतया यूनिट कहते है। 1 kwh = 3.6×106 विद्युत शक्ति किसी विद्युत परिपथ में विद्युत धारा प्रवाहित … Read more

तापीय प्रसार (Thermal expansion)

जब हम किसी वस्तु के ताप में वृद्धि करते हैं तो उसकी विमाओं जैसे लंबाई, क्षेत्रफल, आयतन आदि में वृद्धि हो जाती है। वस्तु की विमाओं में होने वाली इस वृद्धि को तापीय प्रसार कहते हैं। सामान्यतः तापीय प्रसार तीन प्रकार से हो सकते है: रैखिक प्रसार, क्षेत्र प्रसार एवं आयतन प्रसार। रैखिक प्रसार किसी … Read more

चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material)

जो पदार्थ चुम्बक की ओर आकर्षित होते हैं, वे चुम्बकीय पदार्थ (Magnetic Material) कहलाते है, जैसे-लोहा, कोबाल्ट निकल आदि। चुंबकीय पदार्थ के उदाहरण: लोहा, कोबाल्ट निकल आदि चुंबकीय पदार्थ के उदाहरण है। चुम्बक की ओर आकर्षित नहीं होने वाले पदार्थ अचुम्बकीय पदार्थ कहलाते है, जैसे-प्लास्टिक, काँच, लकड़ी, चमड़ा आदि । अचुम्बकीय पदार्थ के उदाहरण: प्लास्टिक, … Read more

संपीडित प्राकृतिक गैस (Compressed natural gas)

पेट्रोलियम खनन के समय प्राप्त गैसें प्राकृतिक गैस कहलाती है। प्राकृतिक गैस को जब उच्च ताप पर संपीडित किया जाता है तो इसे संपीडित प्राकृतिक गैस ( Compressed natural gas, CNG ) कहा जाता है। संपीडित प्राकृतिक गैस के रूप मे लगभग से मीथेन युक्त हाइड्रोकार्बन का एक मिश्रण में कम ऊर्जा घनत्व होता है … Read more

पौधों के विभिन्न भाग – जड़, तना एवं पत्ती

पादप अक्ष का भूमिगत भाग मूल कहलाता है। मूल का विकास भ्रूण के मूलांकुर से होता है, परंतु कभी-कभी यह पादप के अन्य भागों से भी विकसित हो जाती है। मूल में प्रायः पर्णहरित अनुपस्थित होता है जिस कारण यह हरी नहीं होती है। मूल पर पर्व, पर्वसंधियां तथा कलिकाएं अनुपस्थित होती है। मूल का … Read more