मशीन (Machine)

उन सभी उपकरणों को, जिन्हें चलाने हेतु केवल पेशीय बल का उपयोग किया जाता है, उन्हें सरल मशीन कहते हैं। निम्नलिखित उपकरण सरल मशीने है- इन सरल मशीनों को चलाने के लिए किसी अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत की आवश्यकता नहीं होती है। सरल मशीन के प्रकार नतसमतल भारी ड्रमों को गाड़ी में चढ़ाने तथा सड़क से … Read more

विद्युत प्रतिरोध (Electric resistance)

किसी चालक में विद्युत आवेशों के प्रवाह में उत्पन्न बाधा को विद्युत प्रतिरोध कहते है। प्रतिरोध पदार्थ का एक गुणधर्म है जो किसी चालक में विद्युत धारा अथवा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह का विरोध करता है। विद्युत प्रतिरोध का SI मात्रक ओम है। इसे प्रतीक Ω से प्रदर्शित किया जाता है। प्रतिरोध की निर्भरता (Dependence of … Read more

परमाणु क्रमांक (Atomic Number)

किसी तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु क्रमांक (Atomic Number) कहते हैं। किसी भी परमाणु के नाभिक में जितने प्रोटान होते हैं उसका परमाणु क्रमांक भी उतना ही होता है। उदाहरण के तौर पर माना कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 है अर्थात कार्बन के नाभिक में 6 प्रोटान उपस्थित है। परमाणु … Read more

वर्तुल गति (Circular Motion)

किसी वृत्ताकार पथ में होने वाली गति को वृत्तीय गति या वर्तुल गति (Circular Motion) कहते है। सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति , वृत्ताकार पथ पर खिलौना ट्रेन की गति आदि वर्तुल गति (Circular Motion) के उदाहरण है। वर्तुल गति (Circular Motion) के उदाहरण वर्तुल गति के प्रकार वर्तुल गति एक प्रकार की … Read more

प्रकृति में मूल बल (Fundamental forces in nature)

प्रकृति में चार प्रकार के मूल बल माने जाते है: गुरुत्वाकर्षण बल किन्हीं दो पिंडों के मध्य उनके द्रव्यमानों के कारण लगने वाले आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते है। जैसे-जैसे दो पिंडो के मध्य दूरी बढ़ती है उनके मध्य लगने वाले आकर्षण बल का मान कम होता जाता है अर्थात ये व्युत्क्रम वर्ग नियम … Read more

मूलभूत भौतिक नियतांक (Fundamental physical constant)

मूलभूत भौतिक नियतांक (Fundamental physical constant) ऐसे नियतांक को कहते हैं, जो प्रकृति में सार्वत्रिक (universal) है तथा समय के साथ नियत है। भौतिक नियतांक, गणितीय नियतांक से इस मामले में भिन्न हैं कि गणितीय नियतांक संख्यात्मक दृष्टि से तो नियत होते हैं किन्तु उनका किसी मापन से सम्बन्ध नहीं होता।विज्ञान में बहुत से भौतिक … Read more

प्रकाश का परावर्तन (Reflection of light)

जब प्रकाश किरणें किसी पृष्ठ से टकराकर पुनः उसी मध्य में लौट आती है तो इस परिघटना को प्रकाश का परावर्तन कहते है। परावर्तन के प्रकार सामान्यतः परावर्तन दो प्रकार से होता है- नियमित परावर्तन तथा विसरित परावर्तन। नियमित परावर्तन जब प्रकाश किरणें किसी चिकने समतल पृष्ठ पर आपतित होती है तब आपतित प्रकाश किरणों … Read more

विद्युत आवेश (Electric charge)

विद्युत आवेश (electric charge) किसी पदार्थ का गुण है जिसके कारण वह विद्युत क्षेत्र (electric field) एवं चुम्बकीय क्षेत्र (magnetic field) उत्पन्न करता है तथा इनका अनुभव करता है। आवेश दो प्रकार के होते है- धनात्मक आवेश (positive charge) एवं ऋणात्मक आवेश (negative charge)। जब हम दो धनात्मक आवेशों को पास लाते है तो वे … Read more

गति (Motion)

जब किसी पिंड (Body) की स्थिति समय के साथ बदलती है तो वह गतिमान अवस्था में होता है। अत: किसी पिंड की स्थिति में परिवर्तन को गति (Motion) कहते है। किसी पिंड की गति के अध्ययन के लिये हमें निर्देश तंत्र की आवश्यकता होती है। हम गति (Motion) का वर्णन एक चुने हुए निर्देश तंत्र … Read more

लम्बाई (Length) एवं दूरी (Distance)

लम्बाई किसी वस्तु की लम्बे आयाम को कहते हैं। किसी वस्तु की लम्बाई, उसके दोनों छोरों के बीच की दूरी को कहते हैं। इसे ऊंचाई से पृथक करने के लिये, ऊंचाई ऊर्ध्वाकार में कही जाती है। लम्बाई का मात्रक ”अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली” (S.I.) में लम्बाई का मात्रक मीटर है। इसका 100 वाँ भाग सेन्टीमीटर कहलाता … Read more