पदार्थों का पृथक्करण (Separation of substances)

प्रकृति में अधिकांश पदार्थ अशुद्ध रूप में ही पाये जाते है। अतः इनका शुद्धिकरण आवश्यक है। भिन्न-भिन्न पदार्थों के शुद्धिकरण की भिन्न – भिन्न विधिया है। मिश्रण के अवयवों को पृथक (अलग) करने की आवश्यकता मिश्रणों से अशुद्धियों को पृथक करके हम उनकी गुणवत्ता, शुद्धता, सामर्थ्य एवं उपयोगिता बढ़ा सकते हैं। साथ ही मिश्रण के … Read more

ऊर्ध्वपातन (Sublimation)

कुछ ठोस पदार्थों को गरम करने पर वे बिना द्रवित हुए सीधे वाष्प में परिवर्तित हो जाते है तथा वाष्प को ठण्डा करने पर बिना द्रव में बदले पुनः ठोस में बदल जाते हैं इस गुण को ऊर्ध्वपातन (Sublimation) कहते हैं। जैसे नौसादर, आयोडीन, कपूर, नैफ्थलिन आदि ऊर्ध्वपातन का गुण दर्शाते हैं।

भौतिक और रासायनिक परिवर्तन

जब भी एक द्रव्य अपने भौतिक एवं रासायनिक गुणों को बदलता हैं, तो यह परिवर्तन कहलाता है। जैसे-रंग, गंध/अवस्था, प्रकृति, अणुसूत्र आदि। किसी भी प्रकार परिवर्तन होना एक क्रिया है। ये परिवर्तन दो प्रकार के होते है। भौतिक परिवर्तन (Physical change) ऐसे परिवर्तन जिनमें पदार्थ के रासायनिक गुण समान रहते है परन्तु भौतिक गुणों में … Read more

मिश्रण (Mixure)

दो या दो से अधिक तत्त्वों एवं यौगिकों को अनिश्चित मात्रा में मिलाने से बने पदार्थ को मिश्रण (Mixure) कहते हैं। इनमें अवयवों के मध्य कोई रासायनिक बंध नहीं होता है। अतः इन्हें आसान भौतिक विधियों द्वारा पृथक् किया जा सकता है। जैसे – वायु एक मिश्रण है जिसमें N₂, O₂, CO₂, H₂O आदि अवयव … Read more

यौगिक (Compound)

दो या दो से अधिक तत्त्वों के परमाणु एक निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग कर जो पदार्थ बनाते हैं उसे यौगिक कहते हैं। जैसे- नमक, जल, अमोनिया, सल्फ्यूरिक अम्ल आदि। यौगिक का सूक्ष्मतम कण जो स्वतंत्र रह सकता हैं एवं जिसमें यौगिक के सारे गुण विद्यमान हो उसे यौगिक का अणु कहते हैं। जैसे- जल … Read more

तत्व (Element)

एक ही प्रकार के परमाणु के समूह को तत्त्व कहते है। जैसे- सोना, चाँदी, लोहा, गंधक आदि। अब तक 118 तत्त्व ज्ञात है। किसी तत्त्व का का अणु एक परमाणु या एक से अधिक परमाणुओं से मिलकर बना होता हैं जैसे- ऑर्गन, हीलियम इत्यादि अनेक तत्त्व के अणु उसी तत्त्व के केवल एक परमाणु द्वारा … Read more

रक्त (Blood)

रक्त एक तरल जीवित ऊतक है जो गाढ़ा, चिपचिपा व लाल रंग का होता है तथा रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होता रहता है। यह प्लाज्मा (निर्जीव तरल माध्यम) तथा रक्त कणिकाओं (जीवित कोशिकाओं) से मिलकर बना है। प्लाज्मा आंतों से अशोषित पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुँचाने तथा विभिन्न अंगों से हानिकारक … Read more

आयन (Ion)

धातु एवं अधातु युक्त यौगिक आवेशित कणों से बने होते हैं। इन आवेशित कणों को आयन कहते हैं। आयन आवेशित कण होते हैं तथा इन पर ऋण अथवा धन आवेश होता है। ऋण आवेशित कण को ऋणायन (anion) तथा धन आवेशित कण को धनायन (cation) कहते हैं। उदाहरण के लिए सोडियम क्लोराइड (NaCl) को लीजिए। … Read more

अणु (Molecule)

साधारणतया अणु ऐसे दो या दो से अधिक परमाणुओं का समूह होता है जो आपस में रासायनिक बंध द्वारा जुड़े होते हैं अथवा वे परस्पर आकर्षण बल के द्वारा कसकर जुड़े होते हैं। अणु को किसी तत्व अथवा यौगिक के उस सूक्ष्मतम कण के रूप में परिभाषित कर सकते हैं जो स्वतंत्र रूप से अस्तित्व … Read more

अम्ल (Acid)

अम्ल वे पदार्थ  हैं जिनका स्वाद खट्‌टा होता है। अम्ल की उपस्थिति के कारण भोजन का स्वाद खट्‌टा होता है। एसिड शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द ‘एसिडस’ (acidus) से हुई है, जिसका अर्थ है ‘खट्टा’। अम्ल के उदाहरण :- HCl, HNO3 तथा H2SO4 आदि अम्ल हैं। अम्लों के प्रकार (Types of Acids) A. अकार्बनिक अम्ल या खनिज अम्ल (Inorganic or Mineral Acids) अकार्बनिक अम्लों को खनिजों … Read more